यह
अच्छा ही है की
वारिसों
के रक्त में
पूर्वज
के विचार अवतरित नहीं होते है
अन्यथा
गांधी
के वारिस गांधी हुए होते,
नेहरु
के वारिस नेहरु हुए होते,
यदि
हिटलर को वारिस होता तो....?
रक्त
में कुछ अवतरित नहीं होता
ब्लडग्रुप
भी नहीं,
संस्कार
भी नहीं
अन्यथा
नेहरु
के वारिस वरुण आज
यह
भाषाप्रयोग नहीं करते.
फिर भी
मानव
ने रक्त के भी कितने भेद
किये
हैं!
उच्चवर्ण
रक्त
निम्नवर्ण
रक्त
श्वेत
रक्त
श्याम
रक्त
रक्त
केवल रक्त ही होता है
केवल
रक्तवर्ण.....
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