बाघ भेड़िये
अजगर मगर से बचने
तू ने जंगल काटे
ओर शहर बसाये.
खेत जोत के गाँव बोये.
कोई डर रहा नहीं तुझे
साँप बिच्छु का.
तब तेरा सगा भाई
तीर धनुष फरसी भाले
तलवार ले कर चढ़ आया.
तू ने किले बनाए शहर के इर्द गिर्द
तो तेरा भाई तोप ले आया
किले किये द्वस्त.
तेरा भाई ही तेरा दुश्मन
आसमान से आग बरसाये
जमीन में सुरंग बिछाये
दरिये में बैठकर मिसाइल छोड़े
तेरे घर आँगन में करे
विस्फोट.
अब तू कहाँ जायेगा ? क्या करेगा ?
रे मानव दुर्भागी
!
जब तेरा भाई ही तेरा दुश्मन !
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