ईसु का
पुनरुत्थान
हुआ कि नहीं,
मैं
नहीं जानता,
लेकिन
अम्बेडकर
के पुनरुत्थान का
मैं
साक्षी हूँ.
दलित
जन के घर घर
साँस
साँस
हर
धड़कन पर
अम्बेडकर
की चेतना की ज्योति
प्रदिप्त.
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