अम्बेडकर
अर्थात
ऊपर
आकाश
नीचे
धरती
चार दीवारों
का घर नहीं.
अम्बेडकर
अर्थात
ऊपर
आकाश
नीचे सरोवर
पीने
के लिए बूंद भी पानी नहीं
अम्बेडकर
अर्थात
ऊपर
आकाश
नीचे
धान की फसल
खाने
के लिए एक दाना भी नहीं.
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