धर्म हमारा सनातन,
प्रश्न हमारे सनातन,
न आदि,न अंत,न निराकरण
कश्मीर,
किसी का आझाद कश्मीर,
किसी का गुलाम कश्मीर,
लाइन ऑफ कंट्रोल
कभी न बनी
लाइन ऑफ कोम्प्रोमाईझ
धर्म हमारा सनातन,
प्रश्न हमारे सनातन.
राम जन्म स्थान पर ही
न जाने क्यों
बाबर ने बनाई मस्जिद.
नहीं हुई वहाँ नमाज़
या
नहीं हुई प्रार्थना.
न होगी वहाँ पुन: मस्जिद,
न मंदिर.
धर्म हमारा सनातन.
प्रश्न हमारे सनातन.
रामचंद्र कह गए सिया से ....
बना बनाया रामसेतु तोड़ेंगे
ऐसा कलजुग आयेगा......
तोड़ें तो उत्तर नाराज
न तोड़ें तो दक्षिण नाराज
करें क्या ?
धर्म हमारा सनातन,
प्रश्न हमारे सनातन.
हजार साल से हिन्दुकुश पार कर के आये
हजार साल साथ रहें
खानपान संगीत भाषा में मिलें,पिघलें
पर दिल न मिले.
अलग हुए फिर भी लड़ते रहें
बार बार निरंतर.धारण हमारा सनातन,
प्रश्न हमारे सनातन.
मनु महाराज ने चार वर्ण किये
तब से मानें अस्पृश्य.
कबीर आये.
गांधी आये.
अम्बेडकर आये.
फिर भी न भूलें हम
मनु महाराज के चार वर्ण.
आज भी हम उतने ही दूर.
धर्म हमारा सनातन,
प्रश्न हमारे सनातन.
No comments:
Post a Comment