अजब गजब अजगर जैसा यह देश मेरा,
जहाँ आश्चर्यों का
नहीं पार......
पूंजीपति ताता की जमीन के खातीर
जहाँ कम्युनिस्ट चुनाव हारे.
पूंजीपति ताता की जमीन के मुद्दे पर
जहाँ चुनाव जीत के पहला ममतामय
निमंत्रण ताता को दिया जाए!
भ्रष्टाचारी जहाँ भ्रष्टाचार के ख़िलाफ़ आन्दोलन करे !
उल्टा पुल्टा योग करते योगीजी,
जहाँ राज काज में कूद पड़े,
गेरुआ वेश अकेश धारिणी साध्वीयाँ
जहाँ मुख्य मंत्री बने!
जादूगर जहाँ सांई कहावे,
भीखमंगे की चादर तले लाख रूपये रहें!
अयोध्या नाम से इन्द्रप्रस्थ जीते,
जहाँ कभी एक इंट न रखी
समंदरके भीतर रामसेतु टूटता रोकने
जहाँ आन्दोलन हो,
विकास पुरुष जहाँ विलास पुरुष साबित हो!
अंको के मायाजाल शब्दों की इंद्र जाल जहां रची जाए
कवि,क्रिकेटर,एक्टर सब राज नीति में जाए
फिल्म स्टोरी राइटर जहाँ बार बार मुख्य मंत्री बने,
फिल्म नायिका जहाँ बार बार विजया बने!
अजब गजब अजगर जैसा
यह देश मेरा,
जहाँ आश्चर्यों का नहीं पार......
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