फेक्टरी
में हों तब
हम
सब कामगार.
साथ
में टिफिन खाएं तब
हम
सब कामगार.
लाल
झंडा लहराकर नारें लगाएं तब
हम
सब कामगार.
फेक्टरी
से निकल कर
मैं
सोसायटी में जाता हूँ,
वह
मोहल्ले में जाता है,
वह
चाली में जाता है.
मैं
कमीज़ चढ़ाकर जनेऊ कान पर चढ़ाता हूँ,
वह
घर जाकर मुल्ला टोपी सर पर चढाकर
नमाज
अदा करने जाता है.
वह
टूवाल लपेटकर थैला लेने जाता है.
घर
जाते ही
मैं
ब्राह्मण बन जाता हू,
वह
मुसलमान हो जाता है,
वह
दलित हो जाता है.
फेक्टरी
में हों
तब
तक ही
हम
सब कामगार.
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